टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने पुष्टि कर दी है कि चोटिल हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में खेलेंगे। इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर क्रिकेट एक्सपर्ट्स और क्रिकेट प्रेमियों के बीच जमकर बहस हो रही है। कुछ लोग इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे गलत ठहरा रहे हैं।
सूर्यकुमार यादव पर आलोचना
सूर्यकुमार यादव को लेकर आलोचकों का कहना है कि उन्हें सिर्फ T-20 इंटरनेशनल के लिए चुना जाना चाहिए, न कि वनडे के लिए। उनका तर्क है कि सूर्यकुमार यादव वनडे के लिए फिट नहीं हैं। उन्होंने अब तक 27 वनडे मैचों में सिर्फ 537 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 74 रन है। इसके अलावा, सूर्यकुमार यादव को वनडे में सिर्फ 2 अर्धशतक ही आए हैं।
मोहम्मद शमी पर आलोचना
मोहम्मद शमी पर आलोचकों का कहना है कि उनमें बल्लेबाजी की क्षमता नहीं है। उनका तर्क है कि भारत को लोअर ऑर्डर में एक ऐसा खिलाड़ी चाहिए, जो तेजी से रन बना सके। इस मामले में शार्दुल ठाकुर मोहम्मद शमी से कहीं बेहतर हैं। शार्दुल ठाकुर ने अब तक 10 वनडे मैचों में 145 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 46 रन है। इसके अलावा, शार्दुल ठाकुर ने 10 विकेट भी लिए हैं।
आलोचना जायज है या नहीं?
सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी पर आलोचना जायज है या नहीं, यह एक विवादास्पद विषय है। कुछ लोगों का मानना है कि यह आलोचना जायज है, क्योंकि सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी ने अब तक वनडे में उतने अच्छे प्रदर्शन नहीं किए हैं। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि यह आलोचना अनुचित है, क्योंकि सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।
मेरा मानना है कि सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी पर आलोचना जायज है, लेकिन यह आलोचना अनुचित नहीं है। सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी ने अब तक वनडे में उतने अच्छे प्रदर्शन नहीं किए हैं, जितना कि उनके प्रतिभा के अनुरूप होना चाहिए। हालांकि, यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी अभी भी युवा खिलाड़ी हैं और उनके पास अपने खेल को सुधारने की पूरी क्षमता है।
मेरा मानना है कि सूर्यकुमार यादव और मोहम्मद शमी को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका दिया जाना चाहिए। यह एक अच्छा मौका होगा कि वे अपने खेल को सुधार सकें और टीम इंडिया के लिए अहम योगदान दे सकें।