साउथ अफ्रीका ने पाकिस्तान को 1 विकेट से हराया
साउथ अफ्रीका ने पाकिस्तान को 1 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया है। पाकिस्तानी टीम टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 गेंद बाकी रहते 270 पर ऑल आउट हो गई। जवाब में साउथ अफ्रीका ने 16 गेंद बाकी रहते 9 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में अफगानिस्तान के खिलाफ पहले बैटिंग करते हुए 282 रन बनाने के बावजूद पाकिस्तान 8 विकेट से हारा था। लगा कि इस बार उसके द्वारा लक्ष्य का पीछा किया जाएगा, पर बाबर आजम ने टॉस जीतकर फिर से बैटिंग का ऐलान कर दिया। साउथ अफ्रीकी टीम में कप्तान टेम्बा बावुमा की वापसी हुई, लुंगी एनगिडी और तबरेज शम्सी भी टीम में लौटे। वर्ल्ड कप में इस मैच से पहले दोनों टीमों के बीच 5 मैच हुए थे, 3 में साउथ अफ्रीका और 2 में पाकिस्तान को जीत मिली थी। 1999 के बाद दोनों टीमों के बीच विश्व कप में 2 ही मुकाबले हुए थे, दोनों में पाकिस्तान ने बाजी मारी थी। ये मुकाबले 2015 और 2019 में खेले गए। 2015 से पहले दोनों के बीच वर्ल्ड कप में 3 मैच हुए थे, सभी साउथ अफ्रीका ने जीते थे। यानी 21वीं सदी में वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका कभी पाकिस्तान को हरा नहीं पाया था।
पाकिस्तानी पारी तय समय पर शुरू हुई। अब्दुल्ला शफीक और इमाम उल हक जैसे सलामी बल्लेबाज अगर दीया लेकर ढूंढे जाएं, तब भी ना मिलें। दोनों ने अपना सौ परसेंट ट्रैक रिकॉर्ड इस मैच में भी कायम रखा। पाकिस्तान का स्कोर 6.3 ओवर में 38 रन था और दोनों सलामी बल्लेबाज पवेलियन पहुंच चुके थे। मार्को यानसेन के पांचवें ओवर की तीसरी बैक ऑफ लेंथ गेंद पर पुल शॉट खेलने के प्रयास में अब्दुल्ला शफीक डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर लपके गए। उन्होंने 17 गेंद पर 9 रन की दर्शनीय पारी खेली। अपने भारत में अक्सर बिगड़ैल लड़के कहते हैं कि चचा विधायक हैं हमारे! कुछ इसी तरह इमाम उल हक भी कह सकते हैं कि चचा इंजमाम चयनकर्ता हैं हमारे। मार्को यानसेन के सातवें ओवर की तीसरी गेंद आउटसाइड ऑफ फुलर लेंथ की थी। इमाम ने बगैर किसी फीट मूवमेंट के ड्राइव करने का प्रयास किया और गली में कैच दे दिया। उन्होंने भी 18 गेंद पर 12 रन की उम्दा पारी खेली। करो या मरो वाले मैच में पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाजों ने टीम के लिए कुछ नहीं किया। हर बार की तरह बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान 22 करोड़ पाकिस्तानियों का बोझ अपने कंधों पर उठाकर बीच मैदान पहुंच गए।
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बाबर और रिजवान की आलोचना मत करिए |
बाबर और रिजवान की आलोचना मत करिए, बल्कि इन पर रहम खाइए। लगभग मैच में दोनों ओपनर पीठ दिखा कर चल देते हैं और इन दोनों को मुंह उठाकर पावरप्ले में ही मैदान पर आना पड़ता है। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 56 गेंद पर 48 रन की साझेदारी हुई। वैसे तो दोनों काफी धीमा खेलने के लिए बदनाम रहते हैं, लेकिन आज रन रेट ठीक-ठाक मेंटेन किए हुए थे। साउथ अफ्रीका के दूसरे डेल स्टेन कहे जा रहे जेराल्ड कूटजी ने 17वें ओवर की पांचवीं गेंद ऑफ स्टंप के बाहर तेज शॉर्ट बॉल डाली। वही एक्रॉस द लाइन पुल शॉट खेलने की बीमारी और विकेटकीपर के हाथ में एज। रिजवान ने बनाए 27 गेंद पर 31 और स्कोर 86 पर 3 आउट। अगला झटका पाकिस्तान को तबरेज शम्सी ने चचाजान इफ्तिखार अहमद के तौर पर दिया। इस रिस्ट स्पिनर के 26वें ओवर की पहली गेंद पर डाउन द ग्राउंड छक्का मारने के प्रयास में हुजूर लॉन्गऑन को लॉलीपॉप कैच दे बैठे। उन्होंने 31 गेंद पर बनाए 21 और स्कोर 129 पर 4 आउट।
इसके बाद अर्धशतक बनाकर खेल रहे बाबर आजम का सब्र भी जवाब दे गया। शम्सी के 28वें ओवर की पांचवीं गेंद पर स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में बाबर LBW हो गए। उन्होंने 65 गेंद पर 50 रन बनाए। यही फर्क है विराट कोहली और बाबर आजम में! एक अर्धशतक जड़ने के बाद शतक लगाकर बल्ला हवा में उठा लेता है और दूसरा फिफ्टी पूरी करते ही वापस पवेलियन चल देता है। बाबर के जाने के बाद सऊद शकील और शादाब खान के बीच 73 गेंद पर 84 रन की साझेदारी हुई। यह इस पारी में पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप रही। जेराल्ड कूटजी ने फिर एक दफा ऑफ स्टंप के बाहर शॉर्ट बॉल डाली। शादाब ने पुल शॉट खेलने का प्रयास किया और टॉप एज मिडविकेट के हाथ चला गया। शादाब 43 पर आउट हुए और पाकिस्तान को 225 पर छठा झटका लगा। अगले 42 गेंद पर 45 रन जोड़कर पाकिस्तान ऑलआउट हो गया। सऊद शकील ने पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा 52 रन बनाए। वह शम्सी के 43वें ओवर की पहली गेंद को कट करने के प्रयास में विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। रिस्ट स्पिनर तबरेज शम्सी ने 10 ओवर में 60 रन देकर सबसे ज्यादा 4 शिकार किए। विकेट के लिहाज से 271 का टारगेट कोई मुश्किल नजर नहीं आ रहा था।
आपने क्रिकेट में एक वर्ड सुना होगा, लॉ ऑफ द एवरेजेज
गौर करने वाली बात यह है कि अफगानिस्तानी रिस्ट स्पिनर नूर अहमद ने भी पाकिस्तान के खिलाफ 10 ओवर में 49 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे। मार्को यानसेन ने 9 ओवर में 43 रन देकर 3 विकेट चटकाए। जेराल्ड कूटजी ने 9 ओवर में 43 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए। 1 सफलता लुंगी एनगिडी के हाथ लगी। आपने भी क्रिकेट में एक वर्ड सुना होगा, लॉ ऑफ द एवरेजेज। यानी अगर आप लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो बीच में एक पारी खराब जरूर आएगी। क्विंटन डी कॉक इस वर्ल्ड कप के 5 मैच में 3 शतक जड़ चुके थे। शाहीन शाह अफरीदी के चौथे ओवर की तीसरी शॉर्ट बॉल को पुल करने के प्रयास में शॉट मिसटाइम हुआ और डी कॉक डीप स्क्वायर लेग फील्डर के हाथ कैच दे बैठे। मोहम्मद वसीम जूनियर के 10वें ओवर की पांचवीं शॉर्ट गेंद पर टेम्बा बावुमा स्क्वायर लेग फील्डर के हाथ कैच थमा बैठे। उन्होंने 27 गेंद पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 28 रन बनाए।
रासी वान डर डसन को उसामा मीर ने फ्लैट गेंद पर 39 गेंद खेलते हुए 21 रन बनाने के बाद LBW किया। मोहम्मद वसीम जूनियर के 22वें ओवर की चौथी शॉर्ट गेंद पर हेनरिक क्लासेन का टॉप एज थर्डमैन के हाथ पहुंच गया। उन्होंने 10 गेंद पर 12 रन बनाए। स्कोर 136 पर 4 आउट। यहां से जीत के लिए 170 गेंद पर 135 रन की दरकार थी। ऐडन मार्करम और किलर मिलर की जोड़ी मैदान पर थी। दोनों के बीच 69 गेंद पर 70 रन की साझेदारी हुई। शाहीन अफरीदी के 34वें ओवर की पहली शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद पर मिलर रिजवान को कैच दे बैठे। 206 पर आधी अफ्रीकी टीम पवेलियन लौट गई। अब 101 गेंद पर 66 रन चाहिए थे और साउथ अफ्रीका के 5 विकेट बाकी बचे थे। मार्को यानसेन को लोअर ऑर्डर में बड़े शॉट्स के लिए जाना जाता है। उन्होंने 14 गेंद पर 20 रन बना भी दिए, लेकिन फिर हारिस रऊफ का शिकार हो गए।
चौका जड़कर केशव महाराज ने साउथ अफ्रीका को जीत दिला दी
37वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हारिस रऊफ ने चेंज ऑफ पेस किया। बॉल का टप्पा ऑफ स्टंप के बाहर था और मार्को जानसेन ने लेग स्टंप के बाहर निकलकर स्टीयर करने का प्रयास किया। बैकवर्ड पॉइंट पर बाबर आजम को कैच थमा दिया। स्कोर 235 पर 6 आउट। अब 250 के स्कोर पर साउथ अफ्रीका को बैक टू बैक 2 झटके लगे। सबसे पहले उसामा मीर के 41वें ओवर की दूसरी टॉस्ड अप गेंद को एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से खेलने के चक्कर में ऐडन मार्करम बैकवर्ड पॉइंट पर कैच दे बैठे। उन्होंने 93 गेंद पर 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 91 रन की पारी खेली। जेराल्ड कूटजी शाहीन अफरीदी के 42वें ओवर की पहली लेंथ डिलीवरी पर 10 रन बनानर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। यहां से जीत के लिए 53 गेंद पर 21 रन की दरकार थी। मैदान पर केशव महाराज और लुंगी एनगिदी की जोड़ी थी। एनगिदी हारिस रऊफ के 46वें ओवर की तीसरी गेंद पर कॉट एंड बोल्ड हो गए। उन्होंने 14 गेंद पर बनाए 4 और स्कोर 260 पर 9 आउट। अब अंतिम जोड़ी मैदान पर थी और जीत के लिए 27 गेंद पर 11 रन चाहिए था। महाराज का साथ देने तबरेज शम्सी ग्राउंड पर आ चुके थे। मोहम्मद नवाज के 48वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका जड़कर केशव महाराज ने साउथ अफ्रीका को जीत दिला दी। पाकिस्तान के लिए शाहीन अफरीदी ने सबसे ज्यादा 3 विकेट चटकाए। हारिस रऊफ, मोहम्मद वसीम जूनियर और उसामा मीर ने 2-2 सफलता अर्जित की।